नयीदिल्ली,22फरवरी(भाषा)उच्चतमन्यायालयनेशुक्रवारकोराष्ट्रीयपर्यावरणइंजीनियरिंगअनुसंधानसंस्थान(एनईईआरआई)औरकेंद्रीयप्रदूषणनियंत्रणबोर्ड(सीपीसीबी)सेकहाकिवेआगरामेंप्रस्तावित‘‘अपशिष्ट-ऊर्जासंयंत्र’’कासंयुक्तनिरीक्षणकरसुझावदेंकिक्याइससंयंत्रसेक्षेत्रमेंहवाकीविषाक्तताकमहोगी।अपशिष्ट-ऊर्जासंयंत्रमेंकचरेसेबिजलीकाउत्पादनकियाजाताहै।सर्वोच्चन्यायालयनेदोनोंनिकायोंसेउसस्थानकानिरीक्षणकरनेकोकहाजहांआगरानगरनिगमनेकचरेसेबिजलीबनानेवालासंयंत्रस्थापितकरनेकाप्रस्तावकियाहै।शीर्षअदालतनेउन्हेंछहसप्ताहकेभीतरसंयुक्तरिपोर्टपेशकरनेकोकहा।न्यायमूर्तिएसएबोबडेऔरन्यायमूर्तिदीपकगुप्ताकीपीठकोबतायागयाकि‘‘ताजट्रेपेज़ियमजोन’’(टीटीजेड)पर्यावरणकेलिहाजसेसंवेदनशीलक्षेत्रहैजहांताजमहलसहितचारविश्वधरोहरहैं।टीटीजेडउत्तरप्रदेशमेंआगरा,फिरोजाबाद,मथुरा,हाथरसऔरएटातथाराजस्थानकेभरतपुरजिलेमेंलगभग10,400वर्गकिमीक्षेत्रफलमेंफैलाहुआहै।ताजमहलकेसंरक्षणसेजुड़ेमुद्देपरन्यायालयमेंयाचिकादायरकरनेवालेअधिवक्ताएमसीमेहतानेकहाकिप्रस्तावितबिजलीसंयंत्रटीटीजेडकेबाहरस्थापितकियाजानाचाहिएक्योंकिइससेविषैलीगैसोंकाउत्सर्जनहोगा।आगरानगरनिगमकीओरसेपेशवकीलनेपीठसेकहाकिवहांअत्याधुनिकअपशिष्ट-ऊर्जासंयंत्रस्थापितकियाजाएगाऔरउत्सर्जनमानकयूरोपीयमानकोंसेभीबेहतरहोंगे।हालांकि,पीठनेकहाकिएनईईआरआईजैसेविशेषज्ञनिकायमामलेमेंन्यायालयकामार्गदर्शनकरसकतेहैं।पीठनेकहाकिहवामेंविषाक्तताकमकरनेकाविचारहैऔरहमेंइसकेलिएविशेषज्ञोंकीआवश्यकताहै।पीठनेकहाकिइसमामलेपरविशेषज्ञोंद्वारागौरकरनेकीआवश्यकताहै।हमएनईईआरआईऔरसीपीसीबीसेअनुरोधकरतेहैंकिवहइसमामलेकोदेखेंऔरआगरानगरनिगमकेप्रस्तावपरविचारकरतथाप्रस्तावितस्थानकासंयुक्तनिरीक्षणकेबादसुझावदेंकिक्याअपशिष्ट-से-ऊर्जासंयंत्रसेहवामेंविषाक्तताकमहोगी।