शेषनाथराय,भुवनेश्वर
बिजलीकेतारोंकीचपेटमेंआनेसेसातहाथियोंकीमौतकेबादबिजलीएवंवनविभागकेबीचएकदूसरेपरआरोप-प्रत्यारोपकादौरशुरूहोगयाहै।जानकारीकेअनुसारपिछलेआठसालमेंकरीब600हाथियोंकीमौतहुईहै।इसमेंसे175हाथियोंकीजानबिजलीकेतारकीचपेटमेंआनेसेहुईहै।पर्यावरणविदोंकाकहनाहैकिराज्यसरकारहाथियोंकीसुरक्षाकेलिएभारीभरकमधनवनविभागकादेतीहै।हाथीकारीडोरकोसुरक्षितकरनावनविभागकापहलाकर्तव्यहै।इसीतरहसेबिजलीविभागएवंरेलवेविभागकोभीअपनादायित्वनिभानाचाहिए।हाथियोंकीसुरक्षाकीजिम्मेदारीठीकसेनउठानेसेहीउनकीजानजारहीहै।
जंगलएवंपर्यावरणविभागकेमंत्रीविजयश्रीराउतरायनेसाफकियाबिजलीविभागकीलापरवाहीकेचलतेयहहादसाहुआहै।उन्होंनेकहाकिउक्तइलाकेमें11केवीगयाहै,मगरउसकेलिएनिर्धारितऊंचाईसेकाफीकमहै।यहीकारणहैकिहाथीबिजलीकेतारोंकीचपेटमेंआगए।वनविभागनेइससंबंधमेंबारबारबिजलीविभागकोजानकारीदीहै,मगरकोईकदमनउठानेसेयहहादसाहुआहै।राज्यमुख्यवनसंरक्षकप्रदीपत्रिपाठीकाकहनाहैकिमार्चमाहमेंअतिरिक्तमुख्यसचिवसुरेशचंद्रमहापात्रकीअध्यक्षतामेंहुईबैठकमेंनिर्णयलियागयाथाकिकुछजगहोंपरपुरानाट्रांसफार्मरबदलनेकेसाथनयाबिजलीतारलगायाजाएगा।इससंदर्भमेंढेंकानालवनखंडअधिकारीनेहाथियोंकेजानेवालेरास्तेकाएकनक्शातैयारकियाथा।करीब136किमीकेइसरास्तेमेंजहांतारनीचेआगयाउसेतुरंतबदलनेकोकहागयाथा।इसकीजानकारीबिजलीविभागकोथी।इससेपूर्वनवंबर2017मेंसेसुअधिकारियोंकोजानकारीदीगईथी।बावजूदइसकेबिजलीविभागकीतरफसेकोईकदमनहींउठायागया,जिसकेचलतेसातहाथियोंकीमौतहोगईहै।
वहींऊर्जामंत्रीसुशांत¨सहनेकहाहैकिजांचरिपोर्टआनेकेबाददोषीकेखिलाफसख्तकार्रवाईकीजाएगी।ऊर्जासचिवहेमंतशर्मानेकहाकिवहांपर2011-12सेरेलवेकाब्रिजनिर्माणहोरहाहै।इसकेचलतेवहांपर11केवीलाइनगईहुईहै।यहकार्यअभीतकखत्मनहींहुआहै।इसकेअलावाजहांहाथियोंकीमौतहुईहै,वहहाथियोंकेनियमितआनेजानेकारास्तानहींहै।जांचकीजारहीहै,सच्चाईसामनेआजाएगी।वहींपशुप्रेमियोंकाकहनाहैकिदोनोंविभागएकदूसरेपरआरोपप्रत्यारोपलगाकरअपनेसिरसोदोषहटानाचाहतेहैं,यहठीकनहींहै।
धर्मेद्रप्रधाननेकीराज्यसरकारकीकड़ीआलोचना
भुवनेश्वर:ढेंकानालजिलामेंसातहाथियोंकीमौतकेमामलेमेंरविवारकोकेंद्रीयमंत्रीधर्मेद्रप्रधाननेट्वीटकरराज्यसरकारकीकड़ीआलोचनाकी।केंद्रीयमंत्रीनेलिखाहैकिसरकारकाएकहाथक्याकररहाहै,यहदूसरेहाथकोभीपतानहींरहता।उन्होंनेवनएवंबिजलीविभागकेबीचसमन्वयकीकमीकोलेकरभीसवालखड़ाकियाऔरकहाकिदोविभागकेबीचसमन्वयकीकमीकेचलतेओडिशाकीअमूल्यसंपदानष्टहोरहीहै।प्रधाननेयहभीलिखाहैकिबिजलीसेओडिशामेंपशुओंकीमृत्युबहुतपहलेचर्चाकाकेंद्रहुआकरतीथी,मगरएकबारफिरयहदुखदघटनासामनेआईहै।व्यवस्थाचलानेवालेलोगोंकोइसेगंभीरतासेलेनाचाहिए।ओडिशाकीसंपदाकोबचानेकेकामकोमहत्वदेनाचाहिए।