प्रयागराज,[राजेंद्रयादव]।उमसभरीगर्मीकेबीचजबचंदपलकेलिएबिजलीगुलहोजातीहैतोहाहाकारमचजाताहै।लोगगर्मीसेतड़पजातेहैं,कारोबारबाधितहोजाताहै।वहींअगरकिसीकेघरमेंवर्षोंसेबिजलीहीनहींआरहीहोतोसोचिएउसकाक्याहालहोगा।ऐसाहीएकपरिवारप्रयागराजशहरकेएलआइसीप्रीतमनगरमेंहै।बुजुर्गदंपतीछहवर्षसेअधिकसमयसेबिनाबिजलीयहांरहरहेहैं।इनकेघरमेंपानीतकनहींआता।दोसमयकीजगहएकवक्तयेखानाबनातेहैं।इनकीदास्तांसुनकरहरकिसीकाकलेजामुंहकोआजाताहै।
बुजुर्गदंपतीकेपुत्रीकीहोचुकीहैअकालमृत्यु
एलआइसीप्रीतमनगरकालोनीकेरहनेवालेविंद्रकुमारजौहरीबीपीसीएलमेंएग्जीक्यूटिवआफीसरपदसेसेवानिवृतहैं।इनकीबेटीशिल्पीआगरामेंकेमिकलरिएक्शनप्रोजेक्टमेंकामकरतीथी।वर्ष2012मेंशिल्पीकोकेमिकलरिएक्शनहोगया।इससेबेटीकीहालतबिगड़गई।पुत्रीकीदेखदेखकेलिएविंद्रकुमारअपनीपत्नीकेसाथआगराचलेगए।तमामकोशिशकेबादभीशिल्पीकीजाननहींबचीऔर2014मेंउसकीमृत्युहोगई।
दंपतीकाआरोपकिमनमानाबिलभेजागया
वर्ष2015मेंविद्रकुमारपत्नीकेसाथएलआइसीप्रीतमनगरस्थितआवासपरआगए।यहांपताचलाकिबिजलीविभागनेमनमानेतौरपरबिलभेजदियाहै।वेअधिकारियोंकेपासगएऔरबतायाकिवेलंबेसमयसेघरपरनहींथेतोइतनाबिलकैसेआगया,लेकिनकुछनहींहुआ।फरवरी2015कोबकाएपरकनेक्शनकाटदियागया।वेअधिकारियोंकेकार्यालयकाचक्करकाटतेरहे।तत्कालीनएसडीओउमाकांतनियमबताकरदंपतीकोकार्यालयकाचक्करलगवातेरहे।
पानीकोभीतरसरहे,एकवक्तकाबनातेहैंखाना
बुजुर्गदंपतीकाकहनाहैकिबिजलीनआनेकीवजहसेघरमेंपानीनहींआताहै।वहएकसमयहीखानाबनातेहैं।दिनढलनेकेबादघरसेबाहरनिकलकररातबितातेहैं।उनकेकनेक्शनकोनहींजोड़ाजारहाहै।जिनअधिकारियोंनेगलततरीकेसेबिजलीकाबिलभेजाथा,उनकेखिलाफआजतककार्रवाईनहींगई,जबकिमुख्यमंत्रीसेलेकरआलाधिकारियोंसेभीशिकायतकरचुकेहैं।
अधिशासीअभियंतानेदीसफाई
बमरौलीकेअधिशासीअभियंताराजमंगलसिंहकहतेहैंकिबुजुर्गदंपतीकाबिजलीकाबिल20हजारकेकरीबआयाथा,जिसेउसीसमयठीककरकरीबपांचहजाररुपयेकरदियागयाथा।उनसेबातचीतकरकहागयाहैकिवेअपनापुरानेबिलकाभुगतानकरदेंतोउनकोनयाकनेक्शनदेदियाजाए,लेकिनपतानहींक्योंवहतैयारनहींहोरहेहैं।उनकोमाननेकीकोशिशकीजारहीहैऔरविभागउनकीमददकेलिएहरसंभवकोशिशभीकररहाहै।कोईरास्तानिकालकरजल्दहीउनकोनयाकनेक्शनदियाजाएगा।