उत्तराखंडमेंपर्यटनकेजरियेस्वरोजगारकीउम्मीदोंकोपंखलगानेकीदिशामेंपर्यटनविभागकीहोमस्टेयोजनाकोसराहनीयपहलमानाजासकताहै।इससेनकेवलपर्यटनकेलिहाजसेअहमस्थलोंकीओरसैलानीआकर्षितहोंगे,बल्किउनकेठहरनेवभोजनकीव्यवस्थाहोनेपरयहस्वरोजगारकासशक्तमाध्यमबनसकतीहै।बशर्ते,इसेसहीप्रकारसेधरातलपरउताराजाए।देखाजाएतोयहयोजनाप्रदेशकेपर्यटन,विशेषकरग्रामीणपर्यटनकोनईदिशादेसकतीहै।असलमेंप्रदेशमेंपर्यटनकेलिहाजसेतमामस्थलहैं,लेकिनवहांउचितसुविधाएंनहोनेकेकारणसैलानियोंकीआमदकमहीरहतीहै।आवासीयसुविधाओंकोबढ़ानेकेलिएपूर्वमेंजोप्रयासहुए,वेविभागीयलापरवाहीकेकारणपरवाननहींचढ़पाए।हालांकि,इनस्थानोंपरविभिन्नविभागोंकेगेस्टहाउसतोहैं,लेकिनरखरखावकेअभावसमेतअन्यकारणोंसेपर्यटकवहांकारुखनाममात्रकोहीकरतेहैं।कुछगेस्टहाउसजर्जरहालमेंहैं।यदिइनपरपहलेध्यानदियाजातातोप्रदेशमेंपर्यटकोंकेलिएआवासीयसुविधाकीदिक्कतनहींहोती।
बहरहाल,सरकारकीयहनईयोजनाकुछउम्मीदजगातीनजरआरहीहै।इसयोजनाकेतहतस्थानीयलोगअपनेआवासीयभवनमेंहीपर्यटकोंकेलिएआवासीयव्यवस्थाकानिर्माणकरसकेंगे।मकसदयहकिपर्यटकोंकोइनस्थानोंपरपरिवारकेबीचघरजैसेमाहौलमेंरहनेकामौकामिलेगा।साथहीयहांकीसंस्कृतिवपरंपराओंकेदर्शनतोहोंगेही,वेस्थानीयव्यंजनोंकास्वादभीलेसकेंगे।यहीकारणभीहैकिनगरनिगमक्षेत्रोंकोछोड़पूरेप्रदेशमेंयहयोजनालागूकीगईहै।इसमेंभीचारधामयात्रऔरट्रैकरूटसेलगेगांवोंकोविशेषप्राथमिकतादेनेकीयोजनाबनाईहै।इसकेअंतर्गतसब्सिडीदेनेकेसाथहीकईअन्यछूटभीप्रदानकीगईहैं।इससेएकउम्मीदजगीहै,लेकिनआशंकाएंभीअपनीजगहबरकरारहैं।देखाजाएतोयहपहलीबारनहींहै,जबप्रदेशमेंइसतरहकीयोजनाआईहै।पूर्ववर्तीसरकारोंकेकार्यकालमेंभीइससेमिलती-जुलतीयोजनाएंआईं,लेकिनतबअपेक्षितसहयोगनमिलनेकेकारणयेधरातलपरनहींउतरपाई।अबजबकि,मौजूदासरकारनेयोजनाकेतहतपांचहजारहोमस्टेकालक्ष्यरखाहै,तोउसेइसकेलिएगंभीरतासेकदमउठानेहोंगे।उनकारणोंकीगहनतासेपड़तालकरदूरकरनाहोगा,जोपूर्वमेंऐसीयोजनाओंकीराहमेंरोड़ाबनतेरहेहैं।
[स्थानीयसंपादकीय:उत्तराखंड]