नईदिल्ली[जागरणस्पेशल]। अंतरराष्ट्रीयथिंक-टैंकलेगाटमइंस्टीट्यूटनेअपना12वांसालानावैश्विकसमृद्धिसूचकांकजारीकियाहै।धरतीपरमौजूदसबसेसमृद्धदेशकीपहचानकेलिएइसनेअपनेमानदंडोंमेंसौसेज्यादाबातेंशामिलकीं।सबसेसमृद्धदेशकेरूपमेंनॉर्वेशीर्षपरहै।पिछलेनौसालमेंआठबारउसनेअपनास्थानबरकराररखा।केवल2016मेंन्यूजीलैंडनेउसेनीचेधकेलदियाथा।
सबसेबड़ीछलांगएशियाप्रशांतक्षेत्रकेदेशोंमेंइससूचकांकमेंतरक्कीकरनेवालेदेशोंमेंभारतअव्वलहै।2013मेंयह113वेंपायदानपरथा।पांचसालकेदौरानइसने19स्थानोंकीबढ़तहासिलकीहै।रिपोर्टमेंइसबातकीसराहनाकीगईहै।
कहांखड़ेहैंहम149देशोंकेइससूचकांकमेंभारतसमग्ररूपसे94वेंपायदानपरहै।सूचकांककोतैयारकरनेकेलिएअपनाएगए100मानकोंकोनौस्तंभोंकेआधारपरआंकागया।इसकेतहतभारतआर्थिकगुणवत्तामें58वेंपायदानपर,कारोबारीमाहौलमें51वांस्थान,प्रशासनमें40वां,निजीस्वतंत्रतामें99वां,सामाजिकपूंजीमें102वां,संरक्षणऔरसुरक्षामें104वां,शिक्षामें104वां,स्वास्थ्यमें109वांऔरप्राकृतिकपर्यावरणमें130वांस्थानहासिलहै।सौ मानकोंमेंप्रतिव्यक्तिजीडीपीसेलेकरकितनेलोगोंकोपूर्णकालिकरोजगारमिलाहुआहै,सुरक्षितइंटरनेटसर्वरकितनेहैं,लोगखुदकोकितनाखुशहाल समझतेहैं,जैसीतमामबातेंइसकाआधारबनीं।
असलीसमृद्धिस्वास्थ्यमेंपिछड़ेहमजसदेशमेंसेहतकोहीसबसेबड़ीसमृद्धिमानाजाताहो,सूचकांककेमुताबिकउसक्षेत्रमेंभारतबहुतनीचेकेपायदानपरहै।स्वास्थ्यमेंपहले पायदानपरसिंगापुरहैऔरअंतिमपायदानपरसेंट्रलअफ्रीकनरिपब्लिकहै।भारतयहांशीर्ष100स्वस्थदेशोंमेंभीजगहनहींबनापायाऔर109वेंस्थानपरहै।अमेरिका,ब्रिटेनऔरऑस्ट्रेलियाजैसेदेशभीदससबसेज्यादास्वस्थदेशोंमेंशामिलनहींहोसकेहैं।
ऐसेमापीगईसेहतसूचीमेंशामिलदेशोंकीस्वास्थ्यदरनिर्धारितकरनेकेलिएस्वास्थ्यसुविधाओं,जीवनप्रत्याशादर,टीकाकरणदर,बीमारियोंकास्तर,मधुमेहऔरमोटापेजैसेमानकोंकोआधारबनायागयाहै।
पहलेसेबेहतरभारत,तजाकिस्तानऔरलाओसजैसेदेशोंमेंपिछलेकुछदशकोंमेंस्वास्थ्यसेवाएंबेहतरहुईहैं।एशिया-प्रशांतक्षेत्रमेंबुनियादीस्वच्छताऔरस्वास्थ्य सुविधाओंतकलोगोंकीपहुंचभीएकबड़ाकारणहैजिसकेपरिणामस्वरूपजीवनप्रत्याशादरमेंसुधारहुआहै।
नाखुशलोगपश्चिमीयूरोपकेलोगस्वास्थ्यसेवाप्रणालीसेदुनियामेंसबसेज्यादानाखुशहैं।दुनियामेंसबसेमोटेदसमेंसेनौलोगमिडिलईस्टऔरनॉर्थअफ्रीकाकेदेशोंमेंहैं।ज्यादातरपश्चिमीदेशोंमेंसेऑस्ट्रेलियाइकलौतास्वस्थदेशहैजोशीर्ष12मेंशामिलहै।
पिछले11सालमेंविश्वमेंसमृद्धिबढ़रहीहै,जोएकअच्छीखबरहै।दुखदयहहैकिखुशहालीऔरबदहालीकेबीचकीखाईभीगहरीहुईहै।इसेदूरकरनाबड़ीचुनौतीहै।[बैरोनेसफिलीपास्ट्राउड,सीईओ-लेगाटमइंस्टीट्यूट]