जासं,एटा:समयकेसाथ-साथलोगोंकेरहन-सहनऔरदिनचर्याबदलगईहै।एकसमयथाजबचुटकुलेऔरजोककुछलोगोंकीजुबांपरबात-बातपरहोतेथे।लोगहंसतेथेऔरअवसादभूलजातेथे।भलेहीजोकसेकुछलोगोंकोजोकरभीकहाजाता।चुटकुलेगायबहैंतोअबलाफ्टरशोकेप्रतिरुझानबढ़रहाहै।जलेसरकेटौंटीउस्तादतोवहींअवागढ़केअनवरकेजोकभीगमभुलादेतेहैं।इनकेअलावाहंसानेवालेजनपदमेंकमनहींहैं।
जिलेकेजलेसरकस्बामेंटौंटीउस्तादतोवहींअवागढ़मेंअनवरउर्फपप्पूकेनामसेप्रसिद्धजोककेमहारथीभलेहीअबनहींहैं।दोदशकपहलेयहदोनोंऐसेव्यक्तिथेजोकिकिसीभीस्थलयाकिसीभीमौकेपरअपनेमजाकऔरचुटकुलोंकेलहजेसेकिसीकेभीगमकोदूरकरचेहरेपरखुशीलानेकाकामकरतेथे।पप्पूतोरामलीलाकेमंचसेलेकरआमजनमेंजोकरकेनामसेहीप्रसिद्धथे।ऐसेहीकुछऔरभीलोगहैंजोकिकस्बाईवग्रामीणक्षेत्रोंमेंअपनेमजाककेलहजेसेहीलोगोंकोखुशकरअवसादसेदूरकरदेते।धीरे-धीरेसमयबदलाऔरलोगोंकीव्यस्तताकेमध्यजोककहनेवालेभीकमहोगएऔरमहसूसकरनेवालोंकीभीदिलचस्पीकमहोगई।नईपीढ़ीभीआइटीयुगमेंजोको,टीवीशोतथाअन्यमाध्यमोंसेहीजुड़रहीहै।
अबवहजोकरनहीं,लेकिनकुछहास्यकविहीजोककोनईपीढ़ीकेलिएदेरहेहैं।एटाकेरमेशसर्किल,प्रहलादमलंग,प्रशांतपाठक,जलेसरकेनरेंद्रओझा,शरदजर्मनीउनमेंशामिलहैंजोकिजोकऔरहास्यकोजीवंतकिएहैं।जेएलएनकालेजहिदीविभागकेपूर्वविभागाध्यक्षडा.प्रेमीराममिश्राबतातेहैंकिजोकविधाअवसादऔरव्यस्तताभरेजीवनमेंखुशीदेनेवालामाध्यमजिसकीअबकमीनजरआरहीहै।संस्कारभारतीकेउमाकांतशर्माबतातेहैंकिजोकस्वस्थजीवनकेलिएएकदवाजैसाहै।