अनिलबेताब,फरीदाबाद
किराएकीकोखकेकारोबारकीमुख्यआरोपितनीलमतिलपतपंचायतक्षेत्रकेगिरधावरएन्क्लेवस्थितअपनेघरमेंपिछलेलंबेसमयसेनीलमफर्टिलिटीकेयरसेंटरकेनामसेकामकररहीथी।हैरानीयेकिस्वास्थ्यविभागकेअधिकारियोंकोइसकीभनकतकनहींहै।यहहालतबहै,जबराष्ट्रीयस्वास्थ्यमिशन(एनएचएम)केतहतहरआशावर्करऔरमहिलास्वास्थ्यकार्यकर्तापरजच्चा-बच्चापरनिगरानीकीजिम्मेदारीहै।महिलाकेगर्भधारणकरनेसेलेकरबच्चेकेजन्मतकआशावर्करकोहीअहमभूमिकानिभानीहोतीहै।आशावर्करकोहीगर्भवतीमहिलाकोपासकेस्वास्थ्यकेंद्रयाअस्पतालतकलानाहोताहै।
स्वास्थ्यविभागकेरिकार्डकेअनुसार,गिरधावरएन्क्लेवऔरसाथलगतीटीटूकालोनीमेंजच्चा-बच्चाकोसेवादेनेकोस्वास्थ्यविभागकीओरसेआठआशावर्करऔरदोमहिलास्वास्थ्यकार्यकर्ताकीजिम्मेदारीहै।महिलास्वास्थ्यकार्यकर्ताहीइनक्षेत्रोंमेंजाकरटीकाकरणकार्यक्रमचलातीहैं।एनएचएमकेतहतआशावर्करकोइनसेवाओंकीएवजमेंप्रोत्साहनराशिदीजातीहै,परकिसीनेभीनीलमकेक्रियाकलापोंकेबारेमेंस्वास्थ्यअधिकारियोंकोयातोजानकारीदीनहींयाफिरउनकेद्वारादीगईसूचनाओंपरगौरनहींकियागया।ऐसेमेंअवैधरूपसेयेधंधाफलता-फूलतारहा।घरसेमिलेदस्तावेज,सीरिंजवदवाएं
शनिवारशामजबआगरापुलिसनीलमकोलेकरउसकेघरपहुंचीथी,तोवहांपुलिसकोनीलमफर्टिलिटीकेयरसेंटरसंबंधीकईदस्तावेजमिलेथे।साथहीकईदवा,सीरिंजऔरकॉटनभीमिली।पुलिसनेनीलमफर्टिलिटीकेयरसेंटरसंबंधीकईदस्तावेजअपनेकब्जेमेंलेलिएथे।यहीवोवजहेंहैं,जिससेस्वास्थ्यविभागकीकार्यप्रणालीसवालोंकेघेरेमेंहै।इंडियनमेडिकलएसोसिएशन(आइएमए)कीजिलाध्यक्षडॉ.पुनीताहसीजातथापूर्वअध्यक्षडॉ.सुरेशअरोड़ानेभीस्वास्थ्यविभागकीअनभिज्ञतापरहैरानीजताईहै।उन्होंनेकहाकिइसमुद्देपरमुख्यचिकित्साअधिकारीसेमिलकरजिलास्तरपरऐसेकेंद्रोंकीबारीकीसेजांचकीमांगकीजाएगी।फर्टिलिटीसेंटरकाभीहोताहैपंजीकरण
चिकित्सकबननेकेलिएसामान्यएमबीबीएसकाकोर्ससाढ़ेपांचवर्षमेंपूराकरनाहोताहै।अगरकिसीमहिलाचिकित्सककोमहिलारोगविशेषज्ञबननाहै,तोऔरपढ़ाईकरनीहोगी।एकवर्षबादआइवीएफएक्सपर्टबनसकतेहैं।अबसवालयेकिजबनीलमखुदकोनर्सबतारहीहैऔरफिलहालयहभीस्पष्टनहींकिनर्सहोनेसंबंधीदस्तावेजनीलमकेपासहैंयानहीं,तोवोफिरफर्टिलिटीसेंटरकैसेचलासकतीहै।इसकेअलावाप्रसवपूर्वतकनीकअधिनियम(पीएनडीटीएक्ट)केतहतभीकेंद्रकापंजीकरणअनिवार्यहोताहै।अवैधरूपसेचलरहेऐसेकेंद्रोंकेखिलाफकार्रवाईस्वास्थ्यविभागकोकरनीहोतीहै।वर्जन..
येमामलागंभीरहै।संबंधितस्वास्थ्यकेंद्रसेजानकारीलेकरमामलेकीबारीकीसेजांचकराईजाएगी।अगरकोईदोषीमिला,तोउसकेखिलाफकार्रवाईहोगी।
-डॉ.रणदीपसिंहपूनिया,मुख्यचिकित्साअधिकारी