परिवारदिवसपरविशेष:
-घरोंसेनिकलनेपरहैरोकपरिवारकोसमयदेरहेलोग
-तीनपीढ़ीसाथबैठकरदेखरहेमहाभारत
-पति-पत्नीऔरबच्चेतकनहींसिमटाहैपरिवार
-लोगसमझनेलगेहैंसंयुक्तपरिवारकीमहत्ता
जागरणसंवाददाता,सुपौल:लॉकडाउनहैतोघरोंसेनिकलनेपररोकहै।बाहरजानानहींहैइसलिएलोगपरिवारकोसमयदेरहेहैं।तीनपीढ़ीएकसाथबैठकरमहाभारतदेखतेहैं।एक-दूसरेकेदुख-दर्दकोसाझाकरतेहैं।लॉकडाउननेलोगोंकोपरिवारकीपरिभाषासमझादियाहै।पति-पत्नीऔरबच्चेतकपरिवारकीपरिभाषासिमटकरनहींरहगई,बल्किअबतोसंयुक्तपरिवारकीमहत्तालोगोंकोसमझमेंआनेलगीहै।
लॉकडाउनसेलोगोंकोजोपरेशानीहुईहोपिपराप्रखंडनिवासीरामबाबूखुशहै।खुशहोभीक्योंनहींलंबेसमयबादपूरापरिवारएकछतकेनीचेहै।बेटेकादिल्लीमेंकारोबारथा।उसकीशादीहुईतोपत्नीकोभीसाथलेगए।वहींबच्चोंकाजन्महुआ।अबदिल्लीजैसेशहरमेंकारोबारहोऔरपत्नीबच्चेसाथहोतोघरजानेकासमयकहांमिलपाताहै।इसलिएबेटेकालंबेसमयसेघरआनानहींहुआथा।इधरकोरोनासंक्रमणकोलेकरजबलॉकडाउनलगातोकारोबारबंदहोगया।घरलौटनामजबूरीथीसोबेटाबहूऔरउनकेबच्चेगांवआगये।बच्चेघरक्यालौटेरामबाबूकोतोखुशियोंकाखजानामिलगया।दिल्लीकीभागम-भागवालीजिदगीजीतेउनकेबेटेऔरबहूनेभीसकुनकीसांसली।अबपूरापरिवारकाफीखुशहै।बच्चोंकेसंगदादादादीकीखुशीभीदेखतेबनतीहै।कोसीकेइलाकेमेंऐसेघरहरगांवमेंहैजहांलॉकडाउननेपरिवारकीपरिभाषाकोनएसिरेसेपरिभाषितकियाहैऔरपरिवारकीमहत्तासेलोगोंकोअवगतकरायाहै।रामबाबूजैसेबाबूगांव-गांवहैं,जोपरिवारकेसाथहैंऔरउनकेबेटेकीतरहऔरलोगोंकेभीबेटेहैं,जोघरोंकोलौटरहेहैं।हरघरमेंपरिवारकास्वरूपनिखरकरसामनेआरहाहै।