जागरणसंवाददाता,फरीदाबाद:कोरोनासंक्रमणकीवजहसेदोवर्षोंसेलोगपरेशानहैंऔरअबसंक्रमणएकबारफिरसेबढ़नेलगाहै,लेकिनइसबारस्वास्थ्यविभागसहितजिलेकेनिजीअस्पतालपहलेकीअपेक्षाअधिकतैयारहैं।स्वास्थ्यसुविधाओंमेंबढ़ोतरीहुईहै।नागरिकअस्पताल,स्वास्थ्यकेंद्रोंसहितजिलेकेनिजीअस्पतालोंमेंआक्सीजनप्लांटस्थापितकिएगएहैं।यदिसंक्रमणमेंस्थितियांबिगड़तीहै,तोइसबारऐसीस्थितिनहींआएगीकिआक्सीजनकीकमीकीवजहसेकोईजानजाए।एमसीएचसेमृत्युदरहोगीकम
स्वास्थ्यविभागनेस्वस्थसमाजकेनिर्माणमेंएकऔरकदमबढ़ायाहै।मातृत्वएवंशिशुमृत्युदरकोकमकरनेकेलिएऔद्योगिकजिलेमेंआधुनिकस्तरकीमदरचाइल्डअस्पतालकानिर्माणकियाजाएगा।यहअस्पताल200करोड़रुपयेकीलागतसेतैयारकियाजाएगा।इसेलेकरसभीऔपचारिकताएंपूरीहोचुकीहै।फरवरीमेंइसकानिर्माणकार्यशुरूहोगा।गर्भवतीमेंहीमोग्लोबिनकीकमीकीवजहसेकईतरहकीजटिलताएंआजातीहै।इससेप्रसवकेदौरानउनकीमौतहोनेकीभीआशंकारहतीहै।एमसीएचमेंगर्भवतियोंकेलिएबेहतरसुविधाएंउपलब्धरहेगी।वहींजन्मकेबादशिशुमेंकईतरहकेविकारहोतेहैं।उनविकारोंकोदूरकरनेकीसभीप्रकारकीव्यवस्थाएंमौजूदरहेंगी।जल्दखत्महोगास्टाफनियुक्तिकाइंतजार
कोरोनासंक्रमणकीदूसरीलहरकेकमजोरहोनेकेबादसेतैयारियांकीजारहीहै।दूसरीलहरमेंबेडकीकमीएकबड़ीसमस्याबनगईथी।इसबारऐसानहींहोगा।जिलानागरिकअस्पतालपरिसरमें102बेडअस्थायीअस्पतालबनायागयाहै।इनमें96बेडमरीजोंकेलिए,जबकिछहबेडचिकित्सकोंवअन्यस्टाफकेलिएहैं।इसकेअलावाइनसभीबेडोंपरआक्सीजनकीभीव्यवस्थाकीगईहै।अबइसअस्पतालकेलिएचिकित्सकसहितअन्यस्टाफनियुक्तिकाइंतजारहोरहाहै।जिलानागरिकअस्पतालप्रबंधनने30चिकित्सकोंएवं40नर्सिंगस्टाफसहितविभिन्नस्टाफकीमांगकीहै।उम्मीदहैजल्दस्टाफकीनियुक्तिहोगी।आक्सीजनकीकमीहुईदूर
कोरोनासंक्रमणकीशुरुआतमेंजिलेमेंकेवलएकहीआक्सीजनप्लांटथा,लेकिनअबइनकीसंख्याबढ़कर34होगईहै।इसकेअलावाजिलेकेकईनिजीअस्पतालोंमेंआक्सीजनप्लांटस्थापितकरनेकीप्रक्रियाचलरहीहै।वैसेस्वास्थ्यकेंद्रोंपरआक्सीजनप्लांटकीकल्पनाकभीनहींकीथी,लेकिनकोरोनामेंपड़ीजरूरतोंनेप्लांटस्थापितकरवादिया।यदिकोरोनाकीतीसरीलहरउग्रहोतीहै,तोस्वास्थ्यकेंद्रमेंजिलाप्रशासनएवंविभागकेरीढ़कीहड्डीसाबितहोंगे।चिकित्सकोंकीसंख्याबढ़ेगी
नागरिकअस्पतालकोसुचारूरूपसेचलानेकेलिए55चिकित्सकोंकीआवश्यकताहै।इनमेंसे46हीकार्यरतहैं।डाक्टरोंकीकमीवजहसेकईतरहकीपरेशानियोंकासामनाकरनापड़ताहै।नयावर्षउम्मीदलेकरआयाहैकिइसवर्षजिलेमेंचिकित्सकोंकीकमीनहींरहेगी।जल्दहीचिकित्सकउपलब्धकराएजाएंगे।जिलेकीस्वास्थ्यसुविधाओंकोसु²ढ़बनानेकेलिएकृतसंकल्पितहूं।अस्थायीअस्पतालवनागरिकअस्पतालसहितविभिन्नस्वास्थ्यकेंद्रोंकेलिएचिकित्सकवअन्यस्टाफकीमांगकीहै।उम्मीदहैजल्दहीसभीसुविधाएंमुहैयाहोजाएंगी।
-डा.विनयगुप्ता,मुख्यचिकित्साअधिकारी