लोहरदगा:नोटबंदीकोलेकरचेंबरऑफकामर्सकेपदाधिकारियोंकीप्रतिक्रियास्पष्टहै।चेंबरकेअध्यक्षऔरसचिवनेसाफतौरपरकहाहैकिनोटबंदीसेकोईफायदानहींहुआ,बल्किव्यापारीऔरआमलोगोंकीपरेशानीबढ़ीहीहै।चेंबरऑफकामर्सकेअध्यक्षअभयअग्रवालकाकहनाहैकिलोगोंनेप्रारंभमेंनोटबंदीकोजिससोचऔरसपनेकेसाथस्वीकारकियाथा,वहटूटकररहगया।उम्मीदनिराशामेंबदलगई।सामान्यकारोबारपरइसकाकाफीअसरपड़ाहै।लोगोंकोइसस्थितिसेउबरनेमेंएकसाललगगए।वहींचेंबरऑफकामर्सकेसचिवनेसाफशब्दोंमेंकहाहैकिनोटबंदीकोलेकरजोउम्मीदसरकारनेजगाईथी,वहसब्जबागबनकररहगई।इससेआमलोगोंकोपरेशानीकेअलावेकुछभीहासिलनहींहुआ।विगतएकसालमेंऐसाकोईउदाहरणसामनेनहींआयाकिकिसीअमीरव्यक्तिकेपाससेनोटबंदीकेबादसेकोईपैसाबरामदहुआहो।जोस्थितिकालेधनकोलेकरनोटबंदीसेपहलेथी,वहींस्थितिआजभीहै।