संवादसूत्र,सरना:कुछदिनपहलेसरनामेंशुरूकिएगएसुलभशौचालयजामहोगएहैं।इसकारणस्थानीयलोगोंकोखुलेमेंशौचकरनेकेलिएमजबूरहोनापड़रहाहै।इससेलोगोंमेंप्रशासनकेविरुद्धभारीरोषपायाजारहाहै।बलविदरशर्मा,चरणजीतहैप्पी,मोहनलाल,नवीनशर्मानेबतायाकिबीतेदिनोंजिलाधीशसंयमअग्रवालकेआदेशोंपरसरनामेंलंबेसमयसेबंदइससुलभशौचालयकोखोलदियागयाथा।वहांपरएकआदमीकीड्यूटीभीलगाईगईथीजिसेएकमहीनेकेलिएरखरखावकेलिएरखागयाथा।लोगोंनेकहाकिसुलभशौचालयखुलनेसेहमबहुतखुशथेपरहमेंलगताहैकियहकुछदिनोंबादहीफिरबंदनाहोजाए।इससमस्याकोलेकरविधायकलालचंदसेअपीलकरतेहैंकहागयाकिसुलभशौचालयकीतरफध्यानदियाजाएताकियहदोबाराबंदनाहोऔरलोगोंकोइसकीसमयअनुसारसुविधामिलतीरहे।
वहीं,ठेकेदारनेबतायाकिशौचालयजामहोगयाहै।इसलिएकिसीकोभीशौचकेलिएइजाजतनहींहै।वहीं,जबनिगमकेडाक्टरएनकेसिंहसेबातकरनेकाप्रयासकियातोउन्होंनेफोननहींउठाया।इंस्पेक्टरसेबातकीतोउन्होंनेकहाकियहसमस्याकलतकठीकहोजाएगीऔरफोनकाटदिया।