उत्तरप्रदेशसरकारकेताजाआंकड़ोंकेअनुसार,प्रदेशकी10फीसदीआबादीअभीभीअनपढ़है।इनसभीकोप्रदेशसरकारने31मार्च,2017तकसाक्षरकरनेकालक्ष्यरखाहै।वर्ष2011केआंकड़ोंकेअनुसार,उप्रकी38.18फीसदीआबादीनिरक्षरथीऔर15फीसदीलोगांेनेप्राइमरीतकभीशिक्षानहींग्रहणकीथी।प्रदेशकासाक्षरतादरराष्ट्रीयऔसतसेकमहोनेसेचिंतितप्रदेशसरकारनेइसेतेजीसेऊपरलेजानेकीकवायदतेजकरदीहै।साक्षरतादरबढ़ानेकेलिएकेंद्रवराज्यसरकारनेविभिन्नयोजनाओंकेलिएलगभग93करोड़रुपयेजारीकिएहैं।यहराशिसाक्षरताएवंवैकल्पिकशिक्षानिदेशककेजरिएखर्चकीजाएगी। यहभीपढ़े – मप्रमें60फीसदीजनजातिआबादीअशिक्षित
इससमयउप्रकीजनसंख्या20करोड़सेअधिकहै,जबकिप्रदेशमेंअभीभी1.81करोड़लोगनिरक्षरहैं।राज्यसरकारने31मार्च2017तकसभीकोसाक्षरबनानेकालक्ष्यरखाहै।केंद्रस्तरपरसाक्षरभारतमिशनकेतहतराज्योंकोमदददेकरप्रदेशमेंनिरक्षरोंकोसाक्षरकरनेकालक्ष्यरखागयाहै।पिछलेदिनोंमुख्यसचिवआलोकरंजननेसाक्षरताबढ़ानेसंबंधीयोजनाओंपरचलरहेकार्योकीसमीक्षाकीथी।मुख्यसचिवकेअनुसार,एकमदमें72करोड़सातलाखरुपयेतथास्पेशलकम्पोनेंटप्लानमेंअनुसूचितजातिकेलोगोंकोविशेषतौरपरसाक्षरबनानेकेलिए20करोड़80लाखरुपयेतथाजनजातिकेनिरक्षरोंकोसाक्षरबनानेकेलिए10लाखरुपयेविशेषतौरपरजारीकिएहैं।इसधनसेप्रदेशमेंसाक्षरभारतमिशनकोगतिमिलेगी।सूत्रोंकाकहनाहैकिप्रदेशमेंकरीबपौनेदोकरोड़सेज्यादालोगअभीभीनिरक्षरहैं,इनकोनवसाक्षरबनानेकाजिम्माअबजिलाबेसिकशिक्षाअधिकारीकाहोगाऔरजिलाधिकारियोंकोप्राथमिकताकेसाथइसकीमॉनीटरिंगकरनीहोगी।
प्रदेशको31मार्च,2017तकपूरीतरहसाक्षरबनानेकालक्ष्यरखागयाहै,लेकिनइसकेलिएहरघरकासर्वेक्षणकरानाहोगाऔरइसकेबादफिरउन्हींलोगोंकोप्राथमिकसाक्षरबनानेकेबादपरीक्षालेकरउत्तीर्णकराकरप्रमाणपत्रभीदेनाहोगा।विभागीयसूत्रोंकाकहनाहैकिधनमिलनेसेसाक्षरभारतमिशनकेकाममेंतेजीआएगी।प्रदेशमेंनिरक्षरोंकोसाक्षरबनानेकेलिएपहलेभीकईयोजनाएंचलीहैं।