उत्तरप्रदेशकांग्रेसनेपार्टीकेप्रदेशअध्यक्षअजयकुमारलल्लूकी20मईकोलखनऊमेंगिरफ्तारीके24घंटेकेभीतरराज्यकीयोगीआदित्यनाथकीसरकारकेखिलाफडिजिटलहल्लाबोलदिया.21मईकीदोपहर1बजेप्रदेशमेंकुल50हजारकांग्रेसकार्यकर्ताओंनेफेसबुकलाइवकेजरिएदूसरेप्रदेशोंसेवापसलौटरहेप्रवासीश्रमिकोंकीव्यथाव्यक्तकीऔरप्रदेशसरकारकोकठघरेमेंखड़ाकरनेकाप्रयासकिया.पूर्वप्रधानमंत्रीराजीवगांधीकी30वींपुण्यतिथिकेमौकेपरकांग्रेसकार्यकताओंनेयोगीसरकारकीनाकामियोंकोगिनाकरअपनीश्रद्धांजलिअर्पितकी.
दरअसल,दूसरेप्रदेशोंसेप्रवासीमजदूरोंकेबड़ीसंख्यामेंयूपीकीओररुखकरनेऔरपूरीगृहस्थीलेकरपैदलअपनेघरोंकोनापतेतस्वीरोंनेजैसेहीसुर्खियांबटोरीकांग्रेसकीराष्ट्रीयमहासचिवऔरयूपीप्रभारीप्रियंकागांधीनेप्रदेशसरकारपरट्विटरसेहमलाबोलदियाथा.तबमुख्यमंत्रीयोगीआदित्यनाथनेएकन्यूजचैनलकोदिएइंटरव्यूमेंकहाकिवेप्रियंकागांधीसेबसोंकीसूचीमांगरहेहैंलेकिनउन्होंनेअभीतकनहींदीहै.इसकेबादप्रियंकागांधीकेनिजीसचिवसंदीपसिंहनेप्रदेशकेअपरमुख्यसचिव,गृह,अवनीशकुमारअवस्थीकोपत्रलिखकरप्रवासीमजदूरोंकोउनकेगंतव्यतकपहुंचानेकेलिएएकहजारबसेंभेजनेकीबातकही.
इसकेबादसंदीपसिंहऔरगृहविभागकेबीचकेवलचिट्ठियांचलतीरहींलेकिनबसेंनचलसकीं.प्रदेशअध्यक्षकीकमानसंभालनेकेबादसेकुशीनगरकेतुमकुहीराजविधानसभाक्षेत्रसेविधायकऔरप्रियंकागांधीकेकरीबीअजयकुमारलल्लूअपनीछविएक'धरनामैन'कीबनाचुकेहैं.आगरामेंराजस्थानऔरउत्तरप्रदेशसीमापरकांग्रेसकीओरसेमुहैयाबसोंसेमजदूरोंकोउनकेघरोंतकपहुंचानेकीमांगकरतेहुएअजयकुमारलल्लूनेगिरफ्तारीदी.वहींप्रदेशकीभाजपासरकारनेभीसंदीपसिंहऔरअजयकुमारलल्लूपरबसोंकीसूचीमेंगड़बड़ीकरनेकेआरोपमेंएफआइआरदर्जकरकेअजयलल्लूकोलखनऊमेंगिरफ्तारकरलिया.
लॉकडाउनकेचौथेचरणकीशुरुआतमेंजिसतरहसेप्रियंकागांधीकेनेतृत्वमेंकांग्रेसयोगीसरकारकेविरोधमेंआक्रामकहुईहैउसनेउत्तरप्रदेशमेंविपक्षकीराजनीतिमेंनएबदलावकासंकेतदियाहै.राजनैतिकविश्लेषकऔरबनारसहिंदूविश्वविद्यालयमेंसोशलवर्कविभागकेप्रोफेसरअजितकुमारबतातेहैं,''प्रियंकागांधीकांग्रेसकोप्रदेशसरकारकेखिलाफआक्रामकरंग-ढंगमेंलाकरयूपीकीमुख्यविपक्षीपार्टीकीभूमिकामेंढालनेकीकोशिशकररहीहैं.यहप्रयासकितनारंगलाएगा,वहइसबातपरनिर्भरकरताहैकिपार्टीकासंगठनकितनातैयारहै.''
हालांकिप्रदेशकांग्रेसकेनेताइनहालातकीतुलनाप्रदेशमेंभारतीयजनतापार्टी(भाजपा)की2014केलोकसभाचुनावसेपहलेकीस्थितियोंसेकरतेहैं.कांग्रेसीनेताओंकातर्कहैकिजैसेभाजपा2014केलोकसभाचुनावसेपहलेमजबूतसंगठनकेबिनाकेवलमुद्दोंकोहवादेकरप्रदेशकी80लोकसभासीटोंमेंसे71परविजयहासिलकीथी,कुछउसीतरहकांग्रेसभीबेहदआक्रामकढंगसेयोगीसरकारकेखिलाफमुद्दोंकोउठाकरमाहौलबनानाचाहतीहै.इसकेलिएचेहरेकेरूपमेंप्रियंकानेखुदकोमुख्यमंत्रीयोगीआदित्यनाथकेमुकाबिलखड़ाकियाहै.वेयोगीसरकारकेकामकाजकेखिलाफलगातारसोशलमीडियाकेजरिएहल्लाबोलरहीहैं.
उन्होंनेराज्यकेबारेमेंजानकारीजुटानेकेलिएपार्टीकेशीर्षदोदर्जनपदाधिकारियोंकोलेकरएकव्हाट्सऐपग्रुपभीबनायाहै,जिनकेजरिएउनतकसभीसूचनाएंपहुंचरहीहैं.इनपदाधिकारियोंनेभीअलग-अलगजोनवारव्हाट्सऐपग्रुपबनारखेहैं.इनपरआनेवालीमहत्वपूर्णसूचानाओंकोयेप्रियंकागांधीकेग्रुपमेंडालदेतेहैंऔरप्रियंकाकाकार्यालयइसेक्रॉसचेककरउसेट्वीटकरताहै.
प्रवासीमजदूरकेमुद्देपरयोगीसरकारकोघेरकरसूबेकेअन्यविपक्षीदलोंसेबढ़तलेनेवालीकांग्रेसइसमुद्देकोहाथसेनहींजानेदेनाचाहती.अबपार्टीप्रवासीमजदूरोंकोरोजगारकेमसलेपरयोगीसरकारकोघेरनेकीरणनीतिबनारहीहै.इसकेलिएपार्टीनेदोबारब्लॉकप्रमुखरहीऔरवर्तमानमेंकांग्रेसविधानमंडलदलकीनेताआराधनामिश्रकोकमानसौंपीहै.आराधनाकहतीहैं,''योगीसरकारनेप्रवासीमजदूरोंकोमनरेगामेंरोजगारदेनेकानिर्देशदियाहै.अबतकप्रदेशमें25लाखसेअधिकप्रवासीमजदूरआचुकेहैं.क्यामनरेगामेंइतनेकामकीमांगहैजिनमेंऔरलाखोंमजदूरोंकोरोजगारदियाजासके?प्रदेशसरकारएकबारफिरमजदूरोंकेसाथछलकीयोजनातैयारकरचुकीहै.''आराधनाकहतीहैंकिसरकारअगरवाकईप्रवासीमजदूरोंकोरोजगारदेनेमेंगंभीरहैतोउसेलोकनिर्माणविभाग,उत्तरप्रदेशराजकीयनिर्माणनिगमजैसीसंस्थाओंकाकच्चाकार्यभीमनरेगाकेमजदूरोंसेकरवानाचाहिए.
लॉकडाउनमेंप्रदेशकेशिक्षणसंस्थानोंमेंऑनलाइनक्लासऔरऑनलाइनपरीक्षाएंकरानेकीयोगीसरकारकीयोजनाकाविरोधकरकांग्रेसछात्रोंकेबीचपैठबनानाचाहतीहै.इसकेलिएकांग्रेसकेछात्रसंगठननेशनलस्टुडेंटयूनियनऑफइंडिया(एनएसयूआइ)नेमोर्चासंभालाहै.एनएसयूआइकेप्रदेशमहामंत्रीप्रणवपांडेयनेमुख्यमंत्रीयोगीआदित्यनाथकोपत्रलिखकरऑनलाइनक्लासेजऔरपरीक्षाओंकोरोकनेकीमांगकीहै.पत्रमेंप्रणवपांडेयनेलिखाहैकिऑनलाइनपरीक्षाएंऔरकक्षाएंकेवलआपातस्थितियोंमेंहीजरूरीहैंलेकिनजिसतरहसेयोगीसरकारयहव्यवस्थासभीविश्वविद्यालयोंऔरकॉलेजोंमेंलागूकरनेकीयोजनाबनारहीहैउससेशिक्षाकीगुणवत्तामेंगिरावटआएगी.पांडेयकाआरोपहैकिऑनलाइनक्लासेजसेगरीबछात्रोंपरमहंगाइंटरनेटप्लानखरीदनेसेआर्थिकबोझभीपड़रहाहै.प्रदेशसरकारमेंऑनलाइनपढ़ाईकेतौर-तरीकेशुरूकरनेकेविरोधमेंएनएसयूआइमुख्यमंत्रीयोगीकेकार्यालयकोएकलाखछात्रोंकेईमेलभेजनेकीयोजनाबनारहाहै.
इसकेअलावाएनएसयूआइलॉकडाउनकेचलतेबड़ेपैमानेपररुकीहुईंभर्तीपरीक्षाओंऔरनियुक्तियोंपरचयनकेलिएनएसिरेसेनियमबनानेकीमांगकररहाहै.वाराणसीमेंएनएसयूआइकेएकपदाधिकारीप्रखरसिंहबतातेहैं,''लॉकडाउनकेचलतेजिसतरहसरकारनेभर्तीपरीक्षाओंकोआगेबढ़ायाहैउससेबड़ीसंख्यामेंपरीक्षार्थियोंकेओवरएजकेचलतेबाहरहोजानेकाखतरामंडरानेलगाहै.सरकारकोआगेखिसकाईगईभर्तीपरीक्षाओंमेंशामिलहोनेवालेपरीक्षार्थियोंकोउम्रमेंछूटदेनीचाहिए.''
लॉकडाउनमेंप्रियंकागांधीनेकांग्रेसकीपहुंचआमलोगोंतकबनानेकेलिएडिजिटलप्लेटफॉर्मकाउपयोगकियाहै.उनकेनिर्देशपरउत्तरप्रदेशकांग्रेसकमेटीनेकोरोनामहामारीमेंआमलोगोंकीमददकेलिए'यूपीमित्र'नामकाचैटपोर्टललॉन्चकियाहै.इसचैटपोर्टलकेजरिएआमलोगोंकीसमस्याओंकोसूचीबद्धकियाजारहाहै.प्रवासीमजदूरोंकीसमस्याओंकोउठानेकेलिएइसपोर्टलकेजरिएपार्टीकोजानकारियांजुटानेमेंकाफीमददमिली.
लॉकडाउनमेंप्रियंकागांधीकीसिपहसालारकीभूमिकामेंकांग्रेसविधानमंडलदलकीनेताआराधनामिश्रलगातारप्रेसकॉन्फ्रेंसकेमाध्यमसेप्रदेशसरकारकीकमियोंकोसामनेरखरहीहैं.आराधनाप्रियंकागांधीऔरप्रदेशकांग्रेसकेबीचलिंकभीबनीहुईहैं.आराधनाबतातीहैं,''पूरेप्रदेशमेंहमजगह-जगहरसोईघरचलारहेहैं,गाजियाबाद,हापुड़,कानपुर,इलाहाबाद,लखीमपुरखीरी,लखनऊसमेत17जिलोंमेंबनाबनायाखानाजरूरतमंदोंकोउपलब्धकरायाजारहाहै.पूरेसूबेमेंहमारीजिलाकमेटियांजरूरतमंदलोगोंकोराशनमुहैयाकरवारहींहैं.''आराधनाकादावाहैकिकांग्रेसलॉकडाउनकेदौरान65लाखलोगोंकोभोजनमुहैयाकराचुकीहै.इसकेअलावाप्रियंकागांधीनेप्रदेशकेलोगोंमेंबांटनेकेलिएएकलाखमास्कभीभिजवाए,जिसेकांग्रेसकार्यकर्ताओंने9मईसेअभियानचलाकरबंटवायाहै.
अबकांग्रेसकेसामनेसबसेबड़ीचुनौतीलॉकडाउनकेवक्तबनेमाहौलकोअपनेकार्यकर्ताओंकेजरिएबूथपरमौजूदवोटरतकपहुंचानाहै.मेरठविश्वविद्यालयमेंएसोसिएटप्रोफेसरमनोजसिवाचबतातेहैं,''पिछलेकईवर्षोंमेंकांग्रेसकिसीमुद्देकोलेकरमाहौलतोबनातीहैपरउसेबरकरारनहींरखपाती.किसीभीमुद्देकोकाफीदिनोंतकगर्मरखनेमेंपार्टीकेसंगठनकीक्षमताकीपरखहोतीहैऔरइसीमेंकांग्रेसकीकमजोरीसामनेआजातीहै.लॉकडाउनकेबादइसीकमजोरीसेनिजातपानाहीकांग्रेसकीसबसेबड़ीचुनौतीहोगी.''
लॉकडाउनकेबादराजनीतिकेनएरंग-ढंगमेंखुदकोढालनेकेलिएकांग्रेसपूरीतरहसेतैयारहोरहीहै.कांग्रेसकेशीर्षनेतारोजप्रदेशस्तरीयनेताओंसेवीडियोकॉन्फ्रेंसिंगकेजरिएरूबरूहोरहेहैं.यहप्रदेशस्तरीयनेतासभीजोनलअध्यक्षोंऔरफ्रंटलसंगठनोंकेनेताओंसेडिजिटलप्लेटफॉर्मपरबैठककररहेहैं.सभीजोनलअध्यक्षअपनेजिलोंकेकांग्रेसअध्यक्षोंसेनिरंतरसंपर्ककेनएतौर-तरीकोंकोअपनाचुकेहैं.लॉकडाउनकेबादकीराजनीतिकीयहपहलीशर्तभीहै.